इस कहानी में पढ़िए की कैसे मेरा तबादला एक नए शहर में हुआ। नए शहर में मुझे कैसे Sofia मिली। कैसे मैंने उसे अपनी चुत में उँगली करते देखा और अपना लंड हिला कर शांत किया? जानने के लिए पढ़िए यह Celebrity Sex Story।
मेरा नाम अरुण है और मैं मध्य प्रदेश का रहने वाला हूँ। मैं एक साधारण परिवार से हूँ। बचपन से मैं पढ़ाई में इतना अच्छा नहीं था। लेकिन मैं फुटबॉल बहुत अच्छा खेलता था। मैंने कई बार स्टेट लेवल की टूर्नामेंट में भी हिस्सा लिया लेकिन मेरी किस्मत ने साथ नहीं दिया तो आगे कभी मेरा सिलेक्शन नहीं हुआ। लेकिन उसका एक फायदा यह हुआ की मैं अपनी सेहत का बहुत ध्यान रखता था। मेरी ऊंचाई भी 6 फुट थी और शकल सूरत भी अच्छी थी। इस वजह से छोटी उम्र से ही मेरे 6 इंच के मोटे लंड ने चुत का स्वाद चख लिया था। मेरी पहली चुदाई की कहानी फिर कभी बताऊँगा। बारहवीं के बाद मुझे स्पोर्ट्स स्कॉलरशिप मिली और मुंबई जाने का मौका भी। मैं अपनी आगे की पढ़ाई होटल मैनेजमेंट में करने के लिए मुंबई चल गया। कॉलेज के दौरान मेरी 1 gf थी। उसको PG के कमरे में खूब चोदा। लेकिन फिर उसकी शादी कही और तय हो गई और हमारा बैकअप हो गया। कॉलेज खतम करके मैं नौकरी ढूँढने लगा। कुछ महीनों बाद, मुझे पहली नौकरी एक 5 star होटल में Waiter के रूप में मिली। मैं पूरे मन से वहाँ काम करने लगा। वहाँ आती अमीर और खूबसूरत हसीनाओं को देख कर कई बार मेरा मन बहक जाता। लेकिन नौकरी खोने के डर से मैंने कभी पहल नहीं की। 2 वर्षों में मुझे प्रमोशन मिल और मैं Receptionist बन गया। अब कमाई भी अच्छी हो रही थी लेकिन चुत की कमी हमेशा महसूस होती थी।
मेरी ज़िंदगी में तूफान तब आया जब मुझे एक साल बाद दूसरा प्रमोशन मिला। मेरी होटल कंपनी ने मुझे गेस्ट welcoming का Head बना दिया। लेकिन मेरा तबादला गुजरात के एक बड़े शहर में हो गया। शुरुआत में तो मैं थोड़ा दुखी था क्यूंकी इतने सालों से मुंबई की आदत पड़ चुकी थी। लेकिन फिर सोच की काम तो काम है। पैसा अच्छा मिल रहा है तो क्या हर्ज है। और शायद जो मुंबई में न हुआ वो इस नए शहर में हो जाए। मुझे मेरे सपनों की परी मिल जाए। वही सपनों के साथ मैं एक नए शहर चला आया। मेरी होटल कंपनी ने मेरे लिए एक अच्छी सोसाइटी में कमरा भाड़े पे ढूंढ के दिया था। मेरा किराये का कमरा एक घर की तीसरी मंजिल पर था। वहाँ पर जाने के लिए बाहर से एक सीडी बनी हुई थी। उस घर में नीचे कोई नहीं रहता था। घर के मालिक कभी-कबार देखने आते थे बस। तीसरी मंजिल पर मेरा बड़ा सा कमरा, एक छोटा सा रसोई घर, रूम के अटैच बाथरूम और बाहर एक बड़ी सी खुली छत। मेरी छत के बिल्कुल पास एक नीम का पेड़ था और दूसरी तरफ हमारे पड़ोसी की छत थी। दो घरों के बीच दूरी इतनी कम थी और नीम के पेड़ की सहारे से अगर कोई चाहे तो एक घर से दूसरे घर आराम से जा सकता था। पड़ोसी की भी तीसरी मंजिल पर एक कमरा ही था। कमरे की खिड़कियाँ काफ़ी बड़ी थी पर उस वक्त उन पे परदे डले हुए थे। मुझे होटल वालों ने एक हफ्ते बाद बुलाया था। मेरा पूरा सामान तीसरी मंजिल पर चढ़ाते-चढ़ाते कब रात हो गई पता ही नहीं चला। मैं बिना कुछ खाए थक हार के ऐसे ही सो गया।
सुबह जल्दी मेरी आँख खुल गई। तब पेट में भूख के मारे चूहे दौड़ रहे थे। लेकिन घर में कुछ खाने को था नहीं। मैंने सोचा पास में कुछ मिल जाएगा तो देख लेता हूँ। उस बहाने आस पड़ोस में कौन रहता है और कोई अच्छा माल है की नहीं मेरे लायक वो भी देख लूगा। गर्मी का मौसम था तो मैं शॉट्स और Tshirt में ही चल दिया बाहर। इतनी सुबह होने की वजह से मुझे कोई मिला नहीं। थोड़ा बहुत खाने का सामान मिला, वह मैं लेकर घर को लौट गया। सोसाइटी में वापस घुसा तो यह क्या? मानो स्वर्ग से उतरी अप्सरा सामने से दौड़ी चली आ रही थी। उस लड़की की उम्र तो 25 27 के आस पास की ही होगी। उसने मुंह पर काला मास्क लगा रखा था। कानों में headphone, बाल बांधे हुए, नशीली आँखें, गोरा रंग, कसा हुआ बदन। कपड़ों में उसने सिर्फ काले रंग की स्पोर्ट्स ब्रा और छोटी शॉट्स पहनी हुई थी। उसके ऊपर सिर्फ एक जालीदार टोप पहना था जो उसके हुस्न को छुपाने की नाकाम कोशिश कर रहा था। देखने से लग रहा था की वह मॉर्निंग रन के लिए निकली है। वह इतनी फिट थी की उसके abs साफ दिख रहे थे। भागते वक्त स्पोर्ट्स ब्रा में कैद उसके बड़े-बड़े चुचे मुश्किल से समा पा रहे थे। उन 36 इंच के सफेद उछलते चूचों को देख कर मत तो किया इसकी सपोर्ट ब्रा फाड़ कर यही इनका दूध पी लूँ। नीचे उसकी 28 इंच की पतली कमर और नीचे उसके 36 इंच के चौड़े चूतड़ हर कदम पर ठुमक रहे थे। जांघें इतनी मांसल की किसी के लंड को भी खड़ा कर दे। पास से देखने पर मुझे उसके हाथ और पैर पर किए tattoo भी दिखे। जब वह सामने से भागती हुई आ रही थी तो मैं उसे हवस भरी नजर से देखने में इतना खो गया की मुझे पता ही नहीं चल की कब मेरा लंड खड़ा हो गया। मेरे खड़े लंड को उसने भी देखा और मुझे गुस्से भरी नजर से देखते हुए वहाँ से चली गई।

मैं तो बड़ा खुश होने लगा की चलो कोई तो अच्छा माल है सोसाइटी में। बस यह माल पट जाए तो लाइफ बन जाए। मैंने अभी तक उसकी शकल तक नहीं देखी थी लेकिन फिर भी उसके जिस्म के दीदार ने मेरे अंदर हवस जगा दी थी। इन्हीं खयालों में खोया हुआ मैं घर आ गया। खाना खा कर मैं बिस्तर पर लेट गया। होटल जाने की जल्दी तो थी नहीं तो मैं Instagram खोल कर reels देखने लगा। कुछ देर बाद एक sofia नाम की hot and sexy लड़की की reel आई। वैसे भी सुबह उस माल को भागता देख मेरा लंड खड़ा हो गया था। इस reel में वह influencer bathtub में बैठी नहा रही थी और अपने जिस्म के दीदार करा रही थी। मैं अपने लंड को शॉर्ट के ऊपर से ही मसलने लगा। फिर मैंने उस लड़की की प्रोफाइल खोली और दूसरी Reels देखने लगा। लेकिन एक Reel में मेरा दिमाग टनका। उस Reel में वह लड़की ने bra और panty पहनी थी। उसके शरीर पर भी tattoo थे। चौकने वाली बात तो यह थी की आज सुबह वाली लड़की के शरीर पर भी बिल्कुल ऐसे ही tattoo थे। मैंने सोचा कही वो सुबह वाली लड़की Sofia तो नहीं। फिर मैंने सोचा यह influencer के तो लाखों Followers है। वो तो मुंबई या दिल्ली जैसे शहर में रहती होगी। वो यहाँ कहा से आएगी। उतने में मैंने उसकी प्रोफाइल पर नई स्टोरी लगी देखी। मैंने सोचा देखते है उससे पता चले की यह Sofia कहा की रहने वाली है यह। उस स्टोरी में Sofia ने gym की mirror सेल्फ़ी डाली थी।
मेरे दिमाग की घंटी तब बजी जब मैंने उसके कपड़े देखे। Sofia के कपड़े बिल्कुल वही थे जो आज सुबह वाली लड़की ने पहने थे। मैंने कहा यह अब इत्तफाक नहीं हो सकता। मैंने फोटो में zoom करके पीछे gym का नाम लिखा ढूंढा। google में जाकर location देखी तो वह gym मेरे घर के बिल्कुल बगल में था। मेरा शक अब यकीन में बदल गया। मैंने जिसे सुबह देखा वह और कोई नहीं बल्कि Sofia ही थी। मेरे तो रोंगटे खड़े हो गए की इतनी बड़ी influencer और माल लड़की मेरे पड़ोस में रहती है। अब तो इसको reel बनाते और गांड मटकाते live देखना पड़ेगा। लेकिन कैसे? मुझे तो यह भी मालूम नहीं था की वो किस घर में रहती है। रहती भी है या सिर्फ किसी के घर आई हुई है। मैं उसी का सोचने लगा। सोचते-सोचते मैं छत पर चक्कर लगा रहा था और उम्मीद कर रहा था की कही Sofia कही दिख जाए। इतने में कही से कुछ गाने की आवाज आने लगी। पहले तो मैंने गौर नहीं किया क्यू की मेरी निगाहें तो Sofia को ढूंढ रही थी। लेकिन वही आवाज बार-बार आने लगी। मैंने सोचा कोई Instagram reel बना रहा होगा। क्यू की वह धुन अभी trending में थी। मैंने सोचा एक बार देख ही लेता हूँ की आखिर है कौन? पता नहीं और कोई भी Instagram Celebrity मेरी सोसाइटी में रहती हो। मैंने ध्यान दे कर सुना की आवाज आ कहा से रही है। तब पता चला की आवाज तो मेरे पड़ोसी के घर से ही आ रही है। वो भी तीसरी मंजिल के कमरे की खिड़की से। खिड़की पर इस वक्त परदे नहीं गिरे थे। अंदर देखा तो एक लड़की रील बनाते हुए नाच रही थी। उसकी पीठ मेरी तरफ थी तो समझ नहीं आया की कौन है। लेकिन जब मैंने गौर से कमरे के अंदर देखा तो सामने की ओर एक बड़ा सा आईना लगा हुआ था। उस आईने में उस लड़की की शकल दिख रही थी। मैंने अपना फोन का कैमरा खोला और zoom करके देखा तो मेरी आंखें फटी की फटी रह गई। वो रील बनाने वाली लड़की और कोई नहीं बल्कि खुद Sofia थी। मुझे तो मेरी किस्मत पर भरोसा ही नहीं हो रहा था। जिस लड़की को मैं कबसे ढूंढ रहा था वो तो मेरी पड़ोसी निकली।
उस वक्त Sofia को देख कर मैं किसी कुत्ते की तरह अपनी जीभ से लार टपका रहा था। अब तो सोच लिया था की इस हुस्न की परी को एक बार तो चोदना ही है। मैंने फिर होश संभाल क्यू की अगर कोई दूसरा मुझे पड़ोसी के घर में ताक-झांक करते पकड़ लेता तो मेरे सपने वही अधूरे रह जाते और मुझे सोसाइटी से निकाल देते। मैं पूरा दिन अपनी छत पर ही घूमता रहा। कुछ न कुछ बहाना करके में Sofia की खिड़की में झाँकता रहता। मैंने पूरे दिन Sofia गोरी पीठ ही देखी। ऐसे करते-करते रात हो गई। मैंने भी सुबह से कुछ नहीं खाया था तो मैं बाहर चला गया। आते-आते थोड़ा और सामान लेकर आया तो देर हो गई। घर पहुंचा तो रात के 11.30 बज चुके थे। मैंने कमरे में सामान रखा और फिर छत पर आ कर Sofia के कमरे की ओर देखने लगा। खिड़की थोड़ी खुली हुई थी लेकिन अंदर Sofia कही नजर नहीं आ रही थी। Sofia शायद अपनी खिड़की पर परदे इसी लिए नहीं गिरती थी, क्यू की उसे पता नहीं था की पड़ोस में रहने मैं आ गया हूँ। उसे तो यही लग रहा था की यहाँ कोई नहीं रहता तो वो बेफिक्र हो कर अपना Content शूट करती। सुबह भी उसने 2 3 बार कपड़े बदले थे बिना परदे गिराए। लेकिन हर बार उसकी सिर्फ पीठ मेरी तरफ होती तो मुझे और कुछ दिखता नहीं। मैं इन्हीं खयालों में था तब मुझे कमरे में Sofia अंदर आती हुई नजर आई। लेकिन यह क्या, क्या वो नंगी थी? उसकी और मेरी छत पर अंधेरा था, सिर्फ उसके कमरे की बत्ती जल रही थी। मैंने अपना फोन का कैमरा खोला और zoom करके देखने लगा। Sofia ने रिंग लाइट में अपना फोन रखा, पीछे slow sexy music चल रहा था।
मेरा शक सही निकाल। मैंने शीशे में देखा तो Sofia बिल्कुल नंगी थी। वह कैमरे के सामने खड़ी हो कर अपने जिस्म से खेल रही थी और खुद को record कर रही थी। Sofia के नंगे होने के विचार मात्र से ही मेरा लंड खड़ा हो गया। मैंने परिणाम की बिल्कुल चिंता न करते हुए ठान लिया की आज तो मैं Sofia को खुद के जिस्म से खेलते देख कर रहूँगा। या कोई और भी था उसके साथ उसके कमरे में? मैंने 2 छतों के बीच के नीम के पेड़ का सहारा लिया और धीरे से Sofia की छत पर कूद गया। अब मैं दबे पाव Sofia की खिड़की पास जाने लगा। मैंने इस बात का भी ध्यान रखा की Sofia कहीं मुझे आईने में देख न ले। मैं खिड़की से थोड़े दूर छुप कर बैठा हुआ था। अंदर से Sofia की कामुक आवाजें मुझे सुनाई दे रही थी “आहहहहह…. हमममममम…. आहहहहह….” आवाज से तो लग रहा था की Sofia अपनी चुत में उंगली कर रही है। मेरी धड़कन बहुत तेज हो गई थी। इस वक्त अगर कोई मुझे पकड़ लेता तो पुलिस के हवाले करते और पिटाई होती वह अलग। बाकी मेरी नई नौकरी भी चली जाती। पर कहते है न की जब आदमी लंड से सोचने लगता है तो उसका दिमाग काम करना बंध कर देता है। मेरा भी वही हाल था, मुझे इस वक्त Sofia के नंगे बदन के अलावा और कुछ सूज नहीं रहा था। मैंने थोड़ी हिम्मत करके खिड़की से अंदर झाँका तो Sofia कही दिखी नहीं पर उसकी सिसकियों की आवाज अभी-भी आ रही थी। मैंने थोड़ा और ऊपर उठ के आईने में देखा तो Sofia जमीन पर बैठी हुई थी। उसकी पीठ हम दोनों की बीच की दीवार पर टिकी हुई थी, पैर हवा में फैले हुए थे और वह अपनी चुत में उंगली कर रही थी। अजीब बात तो यह थी की Sofia अपनी चुत में उंगली करते वक्त सब कुछ अपने मोबाइल में रेकॉर्ड कर रही थी।
यह पहली बार था जब मैंने Sofia को पूरा नंगा और इतने करीब से देखा। Sofia के खुले बिखरे हुए काले घने बाल, दूध सा गोरा रंग, 36 इंच के उठे हुए चुचे, उसपर औसत आकार के हल्के गुलाबी निप्पल, पतली कमर, मांसल झाँगे और जांघों के बीच उसकी हल्की गुलाबी चिकनी रसीली चुत जिसकी साँवली फाँके बाहर निकली हुई थी। मन तो कर रहा था की इसी वक्त ये खिड़की का शीशा तोड़ कर अंदर घुस जाऊँ और Sofia को दबोच कर उसकी चुदाई उसी के घर में कर दूँ। मेरा लंड तो जब से पता चल है की Sofia मेरी पड़ोसिन है तब-से खड़ा ही है। Sofia को अपनी चुत में उंगली करता देखना, शायद मेरे जीवन का सबसे याद गार पल था। आज बी जब उस रात को याद करता हूँ तो मेरे लंड में तनाव आ जाता है। बीच-बीच में Sofia किसी विनोद जी का नाम ले रही थी। लेकिन हवस के चक्कर में मैंने उसे अनसुना कर दिया।
Sofia – हाँ विनोद जी…. ऐसे ही…. बस ऐसे ही…. ऐसे ही चोदते रहिए मुझे…. आहहहहह…. बस ऐसे ही….
Sofia की ऐसी कामुक सिसकियाँ सुन कर मैंने कब अपना लंड शॉर्ट में से बाहर निकाल कर हिलाना शुरू कर दिया, मुझे पता ही नहीं चला। वह बहुत ही कामुक दृश्य था। एक इतनी कामुक और खूबसूरत परी मेरे बिल्कुल सामने नंगी हो कर अपनी चुत में उंगली कर रही थी। जिसकी उसको भनक तक नहीं थी की कोई उसे देख भी रहा है। उसका एक हाथ अपने 36 इंच के उठे हुए स्तन पर था। वो अपने स्तन को ऐसे दबाती जैसे उसका कोई प्रेमी उसके चुचे से खेल रहा हो। Sofia दूसरे हाथ से कभी अपनी चुत में उंगली अंदर बहार करती और कभी अपने चुत के दाने को मसलती। उसकी चुत उंगली करने की वजह से कबसे पानी छोड़ रही थी। उसकी रसीली चुत से बहता काम रस मुझे साफ नजर या रहा था। मैं तो इन्हीं खयालों में खोया हुआ था की काश उसकी उंगली की जगह मेरा लंड होता तो कितना मज़ा आता। उधर Sofia ने भी तेज-तेज अपनी उंगली चलाना शुरू कर दिया। उसकी साँसे और तेज हो गई जो मुझे भी सुनाई दे रही थी। Sofia अब चिल्लाने लगी जैसे Porn विडिओ में लड़कियाँ चिल्लाती है वैसे।
Sofia – आहहहहह…. विनोद जी…. आहहहहह…. और तेज…. और तेज…. हमममममम….
इधर मैंने भी अपने लंड को Sofia को चोदने के खयालों में तेज हिलाना शुरू कर दिया। कुछ ही देर में Sofia आहें भर्ती हुई झड़ने लगी। Sofia इतनी जोर से झड़ रही थी की उसकी कुछ बुंदे तो 1 फुट दूर रखे उसके फोन पर भी जा गिरी। झड़ने से उसकी चुत, गांड और जांघें सब भीग चुके थे। Sofia ने अपने फोन में रिकॉर्डिंग बंध की और वही नीचे कुछ देर पड़ी रही। इधर मेरे लंड ने भी जवाब दे दिया था। मैं इतना तेज झड़ा जितना आज तक मैं किसी लड़की के साथ सेक्स करते वक्त भी नहीं झड़ा था। मैंने अपना सारा माल Sofia की खिड़की के बहार दीवार पर ही गिरा दिया। मैंने सोचा की अब यहाँ रुकना ठीक नहीं। अगर Sofia उठी और उसने मुझे देख लिया तो सब गड़बड़ हो जाएगा। मैंने अपनी शॉट्स पहनी और जैसे आया था वैसे बिना आवाज किए वापस अपनी छत से होता हुआ अपने कमरे में चला गया।
इतना जोरदार Orgasm होने की वजह से मैं बहुत संतुष्ट था और थक भी गया था। लेकिन अब एक बात मेरे दिमाग में बार-बार उठ रही थी की Sofia किसी “विनोद जी” का नाम लेकर अपनी चुत में उंगली क्यू कर रही थी। वह भी अपने फोन में रेकॉर्ड करते हुए। क्या विनोद जी Sofia का BF था? और Sofia जैसी लड़की BF को “जी” कह कर क्यू बोल रही थी? और विनोद तो किसी पुराने जमाने का नाम लगता है? क्या Sofia किसी Sugar Daddy के चक्कर में तो नहीं थी? यही सब सोचते-सोचते मैं कब सो गया मुझे पता ही नहीं चला। तो आगे क्या हुआ? जानने के लिए पढ़ते रहिए Celebrity Sex Story।
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