कामवाली ने मुझे मर्द बनाया – 3

Desi Maid Sex सीरीज के पिछले भाग कामवाली ने मुझे मर्द बनाया – 2 में पढ़ा की कैसे मैंने शीला दीदी के साथ घर में अकेले होने का फायदा उठाया और उन्हें किचन में ही दबोच लिया। पिछली चुदाई से उनकी चुत सूज गई थी तो सेक्स तो नहीं कर पाए लेकिन मैंने उनके मुंह को चोद कर अपना सारा माल उनके गले के अंदर उतार दिया। यह मेरे जीवन का सबसे पहला blowjob था। इस बार की Desi Kamwali Sex कहानी में पढ़िए की कैसे शीला दीदी ने सुबह-सुबह मेरा लंड चूस कर मुझे उठाया और उन्हें बेरहमी से चोदने के लिए उकसाया।

       जब मैं अपने दोस्तों के साथ बैठा था तो शीला दीदी के खयालों में ही खोया हुआ था। मेरे खास दोस्त अमन ने मुझे देखा और मुझे खयालों से बाहर निकालते हुए पूछा “भाई किस सोन परी के खयालों में खोया हुआ है?” तो मैंने खयालों से हकीकत में आते हुए कहा “अरे कही नहीं यार, बस सोच रहा हूँ के ये लड़कियों की चुत की सूजन कितने दिन में ठीक होती है?” तो अमन और बाकी सब दोस्त हंस पड़े और कहने लगे “अबे साले, तुझे क्या जरूरत पद गई ये सब जानने की? तेरी तो GF बी नहीं है। और हाथ में सूजन थोड़ी आती है कभी”। और सब मेरा मजाक उड़ाने लगे। क्योंकि मेरे बाकी सब दोस्तों की स्कूल टाइम से GF थी और सब पहले से सेक्स कर चुके थे या सेक्स किया हो ऐसा ढोंग करते थे वो पता नहीं। फिर अमन ने पूछा “भाई कोई बंदी सेंट कर ली हो तो बताना”। लेकिन मैं इस वक्त किसी को शीला दीदी के साथ Desi Kamwali Sex के बारे में बताना नहीं चाहता था। तो फिर दूसरे दोस्त ने कहा “मैंने अपनी GF के साथ जब पहली बार सेक्स किया था, तो उसकी चुत सूज गई थी तो उसने डॉक्टर को दिखाया था। डॉक्टर ने एक दवाई दी थी उसका फोटो में देता हूँ। और गरम पानी से सिंकाई करने को भी बोला था। जब साले तेरी फ्यूचर में कोई GF बने और वो किस्मत से कुंवारी हो तब ये इस्तेमाल कर लेना”। यह कह कर सब फिर से हँसने लगे लेकिन मैं मन ही मन खुश हो गया की मेरा काम तो बन गया। मैं घर वापिस जाते वक्त मेडिकल स्टोर से वो दवाई लेकर गया और हीटींग पेड़ भी। घर जाकर मैंने शीला दीदी को दे दिया तो वो खुश हो गई यह देख कर की मुझे उनकी कितनी चिंता है।

       शाम को मम्मी पापा आ जाते है तो वैसी कोई बात भी नहीं हुई शीला दीदी से। बस वो रोज के मुकाबले चुपके से कातिल मुस्कान दे रही थी। रात को मैं बिस्तर में गिरते ही कब सो गया पता ही नहीं चला, और कब सुबह हो गई। लेकिन सुबह होते ऐसा लगा मानो जैसे कोई मेरे शॉट्स उतार कर मेरा लंड सहला रहा है। मुझे पहले लगा की मेरा सपना है जो कल शीला दीदी मेरे साथ कर रही थी उसका। लेकिन फिर मैंने आँखें खोल के देखा तो शीला दीदी सच में मेरा लंड चूस रही थी। मैं तो समझ ही नहीं पाया की ये सपना है या हकीकत। और इतना ही नहीं, शीला दीदी बिल्कुल नंगी थी। उनके बदन पर एक कपड़ा नहीं था। मैंने नींद से जाग कर बड़े सवाल भरे चेहरे से शीला दीदी की ओर देखा तो उन्होंने मेरा लंड चूसना छोड़ कर कहा “जय बाबा माफ कीजिए गा आपकी नींद बिगाड़ी। लेकिन मैं आपके जागने का इंतज़ार नहीं कर सकती थी। कल आपने तो मेरे मुंह को चोद कर अपना माल खाली कर दिया था लेकिन मेरी चुत तो प्यासी ही रह गई थी। कलसे मेरी चुत में चींटियां रेंग रही हो ऐसा लग रहा है”। फिर मैंने घड़ी की ओर देखा तो सिर्फ सुबह के 8 बज रहे थे तो मैंने कहा “शीला दीदी पागल हो गई हो क्या। नीचे मम्मी पापा होंगे अभी। कही उन्हें भनक भी लगी की हमारे बीच यह Desi Kamwali Sex का खेल चल रहा है तो मेरी खेर नहीं”। शीला दीदी ने मेरे करीब आ कर मेरे होंठों को चूमते हुए कहा “जय बाबा आपके मम्मी पापा सुबह जल्दी निकल गए है। आपके किसी दूर के रिश्तेदार का देहांत हुआ है। मेमसाहब कह कर गई थी की आप को बता दूँ और वो लोग कल तक लोटेंगे”। यह बात सुन कर मानो मेरे तो भाग खुल गए। फिर मैंने न आव देखा न ताव, टूट पड़ा शीला दीदी के ऊपर। उन्हें बिस्तर पर अपने नीचे लिटा दिया और लगा उनके होंठों को चूमने। अपने बिस्तर में किसी लड़की को लाना मेरी बरसों की इच्छा पूरी हो रही थी। स्नानागार में हमने चाँद की रोशनी में सेक्स किया था। नीचे जमीन पर लेट कर, जिसमें मेरे घुटने छील गए थे। लेकिन आज हम बिस्तर पर थे। मुलायम गद्दे के ऊपर एक 22 साल की कमसिन लड़की थी जो मुझसे चुदने के लिए मरी जा रही थी। किसी जवान लड़के को इसके अलावा और क्या चाहिए?

Desi Kamwali Sex wearing deep neck red blouse with saree on the bottom
Desi Kamwali Wearing red half saree

       मैं शीला दीदी के ऊपर चढ़ के उनके होंठ चूसने लगा। एक हाथ मेरा उनके गले के ऊपर था। उनकी गर्दन को पीछे से पकड़ कर अपनी ओर खिच रहा था। जब की दूसरा हाथ उनके बड़े मम्मो से खेल रहा था। शीला दीदी इस दोगुने हमले के लिए तैयार नहीं थी। किस करते-करते उनकी सिसकियाँ मेरे मुंह में ही निकल ने लगी। वो अपना मुंह हटा कर सास लेना चाहती थी लेकिन मेरे उनका मुंह छोड़ा ही नहीं। किस करना जारी रखा ओर उनके मम्मे दबाना भी। कुछ सेकंड बाद जब मैंने उनके होंठ छोड़े तो वो हाँफने लगी। मैं अभी भी दूसरे हाथ से उनके मम्मे दबा रहा था और उनके निप्पल खिच रहा था। जिससे उन्हें बेहद उत्तेजना हो रही थी। मैं उनके गले को चूमने के लिए झुक ही रहा था की शीला दीदी ने मुझे रोक दिया। वो तुरंत बोल पड़ी “जय बाबा आज नहीं। आज मेरे गले और मम्मो को रहने दीजिए। आज बस मेरी चुत की आग शांत कर दीजिए। मैं आपसे बिनती करती हूँ। डाल दीजिए आपका ये मूसल लंड मेरी चुत में Desi Kamwali Sex के लिए। बहुत गरमी भरी है इस चुत में। सब अपने लंड से शांत कर दीजिए”। शीला दीदी की एसी बेचैनी देख कर मुझे मज़ा आ रहा था “लेकिन दीदी एस थोड़ी होता है। 1 1 करके सीडी चढ़नी पड़ती है। 2 सीडी छोड़ कर कूदूँगा तो चोट लग जाएगी ना”!! और मैं मंद-मंद हँसने लगा। शीला दीदी मेरी चाल समझ गई। लेकिन उन्हें इस वक्त लंड के अलावा कुछ सूज नहीं रहा था। तो कहने लगी “अगर आप नई चोदेंगे मुझे तो में खुद आपका लंड ले लूँगी”। इतना कह कर वो मेरा लंड हाथों से पकड़ कर अपनी चुत की और खिचने लगी। मानो जैसे की अगर मैं मना कर रहा हूँ तो वो मेरा लंड मेरे शरीर से अलग करके खुद चुद लेंगी। मैंने कहा “अरे मेरी सेक्स की भूखी शेरनी, जरा सबर करो। तुम्हें यह शेर ही चोदेगा और Desi Kamwali Sex में ऐसे चोदेगा की तुम चल भी नहीं पाओगी कुछ दिन”।

       मैंने उठ कर शीला दीदी की टांगो को पकड़ कर अपनी और खिचा। दोनों हाथों से उनकी टाँगे उनकी छाती के जीतने करीब हो सकती थी कर दी और उन्हें पकड़ने के लिए कहा। शीला दीदी ने भी वैसा ही किया। बिस्तर में पड़े 2 तकिये लेकर मैंने उनकी गांड के नीचे लगा दिए। इससे उनकी चुत बिल्कुल मेरे लंड के लेवल पर आ गई। यह सब मैंने online कहानियों में पढ़ा था। इस अवस्था में लंड चुत में जाने में आसानी रहती है। शीला दीदी की चुत तो पहले से ही गीली हो रखी थी। मैंने बेड के बाजू वाले द्रोवर में से कोंडम का पैकेट निकाला तो शीला दीदी हैरान रह गई। और पूछा “बाबा आप ये कब लेकर आए?” तो मैंने कहा “कल जब आपके लिए दवाई लाया था तभी यह ले लिया था। मुझे पता था की इसकी जरूरत जल्दी पड़ेगी”। तो वो कहने लगी “आज रहने दीजिए बाबा, मैं दवाई ले लुंगी, पर आज मुझे आपका रस अपनी चुत में चाहिए। वरना मेरी चुत की आग शांत नहीं होगी”। यह सुन के तो मानो मैं सोच में पड़ गया की जब औरत के सर पर सेक्स का भूत सवार होता है तो वो क्या कुछ करने को राजी हो जाती है। मैंने कहा “लेकिन दीदी इससे तो आप प्रेग…” बीच में ही शीला दीदी ने मुझे अपने ऊपर खिच लिया ओर मेरे होंठों को चूमने लगी। मैं समझ गया था की आज शीला दीदी नहीं मानने वाली। उन्होंने मेरे होंठ चूमना जारी रखा और मेरे लंड को पकड़ कर अपनी चुत के पास सेंट करने लगी। मैं उनका इशारा समझ गया और अपने लंड को उनकी चुत के मुंह के पास ले आया। यह Desi Kamwali Sex का इतना कामुक दृश्य था। आज भी सोचता हूँ तो मेरा लंड खड़ा हो जाता है। जैसे मुझे महसूस हुआ की मेरा लंड बिल्कुल शीला दीदी की चुत के मुंह के पास है तो मैंने अपनी कमर हिला कर जोर से धक्का मारा। शीला दीदी को इसका अंदाजा नहीं था। उनके मुंह से एक कामुक “आहह” निकली लेकिन वो हमारे होंठों के बीच ही दब गई। जब मैंने उनके होंठ चूमना छोड़ा तो उन्होंने अपनी आंखें बंध कर रखी थी। शीला दीदी ने मुझे बस अपने ऊपर लिटा दिया और कान में धीरे से कहा “मैं अब आप की गुलाम हूँ। जैसे चाहे मुझे चोद सकते है”।

       यह सुनते ही मानो मेरे शरीर के हर एक अंग में Desi Kamwali Sex की आग सी लग गई। मैंने थान लिया की आज शीला दीदी को ऐसा चोदूँगा की उनका शरीर का अंग-अंग तृप्त हो जाए। फिर मैंने कमर उचक कर उन्हें चोदना शुरू किया। कुछ ही धक्कों में शीला दीदी का रस उनकी चुत से बहने लगा। चुत गीली हो जाने से मेरे हर धक्के पर जब लंड चुत में जाता तो फ़च की आवाज आती। उसके साथ शीला दीदी के मुंह से कामुक “आहह.. अमहह.. जय.. बाबा.. जोर.. से.. और.. जोर.. से..” आवाज आती जो मेरा जोश और बढ़ा देती। लेकिन इस अवस्था में मेरा लंड बार-बार उनकी चुत से निकल जाता था। शीला दीदी को फिर से पकड़ के उसे सेंट करना पड़ता और मुझे फिर से धक्कों की ताल मेल मिलानी पड़ती। तो अब मैं शीला दीदी के ऊपर से उठ गया और अपने घुटनों पर बैठ गया। मेरा लंड शीला दीदी के चुत के बिल्कुल सामने सेंट किया और धक्का मार। ऐसे आधा खड़े होकर चोदने का फायदा यह है की जब आप लेट कर missionary में सेक्स करते है तो आपका लंड टेढ़ा चुत में जाता है जिससे कुछ इंच बाहर रह जाता है। लेकिन जब आप खड़े होकर या doggy style में सेक्स करते है तो लंड सीधा औरत की चुत में जाता है। अगर लंड की लंबाई औसत से थोड़ी भी ज्यादा है तो सीधा बच्चादानी की मुंह से टकराता है। जो औरत को चरम सुख देती है। जब मैंने इस position में एक धक्का मारा तो लंड कुछ ज्यादा अंदर चला गया और शीला दीदी की सास हलक में अटक गई। Desi Kamwali Sex में समझ गई की उनकी चुत का बाजा बजने वाला है इस position में। वो मुझे अपने ऊपर खिचने की कोशिश करने लगी। लेकिन मैंने इनके दोनों हाथों को पकड़ कर एक दूसरे से मिला कर उनके पेट के ऊपर इस प्रकार रख दिया जैसे वो कोई हैन्डल हो। जिसे पकड़ कर मैं उन्हें जम कर चोद सकता था और वो कही जा भी नहीं सकती थी।

       फिर मैंने धक्कों की रेलगाड़ी चला दी। शीला दीदी तो किसी pornstar की तरह चिल्लाने लगी। मैं भी बिना रुके उन्हें चोदने लगा। जब मुझे लगता की मेरा माल निकालने वाला है मैं रुक जाता और झुक कर शीला दीदी के गले को चूमते हुए उनके मम्मे दबाने लगता। इस चक्कर में शीला दीदी 2 बार झड़ चुकी थी, उनका शरीर अब जवाब देने लगा था। लेकिन मेरी इस तरकीब से मेरा माल जल्दी निकल ही नहीं रहा था। हम लड़कों को पता नहीं होता पर जैसे हम अपने लंड में कसाव ला सकते है वैसे लड़कियाँ भी अपनी चुत अंदर से सिकोड़ सकती है। इससे हमें लंड पर दबाव महसूस होता है और हम जल्दी झड़ जाते है। शीला दीदी ने भी वैसा ही किया। मुझे एका एक अपने लंड पर दबाव महसूस होने लगा और शीला दीदी की कामुक आवाज़ें भी तेज हो गई। उन्होंने अपने दोनों पैर मेरी कमर पर लपेट लिए। मैं समझ गया की शीला दीदी अब Desi Kamwali Sex में मेरे लंड को खाली किए बिना नहीं जाने देगी। मैं भी इतनी देर से चुदाई करते-करते थक गया था। मैं चुदाई का कोई पुराना खिलाड़ी नहीं था की लड़की को घंटों तक चोद सकूँ, फिर भी हमारी चुदाई पिछली 20 मिनिट से चल रही थी। मैंने भी न आव देखा न ताव और लगा चुत में लंड पेलने। जब में पूरी ताकत से लंड चुत में डालता तो मेरे balls शीला दीदी के गांड पे लगते ओर थप की आवाज आती।

       कुछ 2 3 मिनिट और यह Desi Kamwali Sex का सील सीला चला, फिर मुझे लगा की मैं अब और नहीं रोक पाऊँगा। तो मैं शीला दीदी के ऊपर गिर पड़ा ओर धक्के लगाने लगा। शीला दीदी ने पैरों से तो पकड़ ही रखा था अब उनके हाथ भी मेरी पीठ और सर पर बांध लिए। आखिरी 2 3 धक्के लगाने के बाद मेरा लावा मेरे लंड से बहने लगा। मैंने लंड को चुत से बाहर निकालने कोशिश की पर शीला दीदी ने मेरी कोशिश नाकाम कर दी। लंड से निकला एक-एक कतरा शीला दीदी की चुत में समाता चला गया। अगर शीला दीदी के फर्टाइल दिन चल रहे होते तो वो उस दिन पक्का pregnant हो गई होती। हम दोनों की सास बहुत तेज हो गई थी। इतनी देर की चुदाई की वजह से में थक कर वैसे ही शीला दीदी के ऊपर पड़ा रहा। उसी हालत में कब मेरी आँख लग गई मुझे पता ही नहीं चला।

       लंबी चुदाई के बाद मैं 2 घंटे के लिए फिर से सो गया। जब मेरी आँख खुली तो मैं अपने बिस्तर पर नंगा ही पड़ा हुआ था और मेरा लंड टन क खड़ा था, पर शीला दीदी वहाँ नहीं थी। मैं जानता था की मम्मी पापा 2 दिन बाद आने वाले है तो मुझे किसी का डर नहीं था। मैं बिना कपड़े पहने नंगा ही सिडिया उतर कर हॉल की तरह जाने लगा। पर यह क्या? वहाँ पर तो शीला दीदी…. जानिए Desi Maid Sex के अगले भाग में।

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