कामवाली ने मुझे मर्द बनाया – 4

Desi Maid Sex सीरीज के पिछले भाग कामवाली ने मुझे मर्द बनाया – 3 में पढ़ा की मेरे मम्मी पापा किसी रिश्तेदार की अंतिम यात्रा के लिए शहर से बाहर चले गए 2 दिन के लिए। इस मौके का फायदा उठा कर शीला दीदी ने मुझे उकसा कर अपनी जम के चुदाई करवा ली। आधे घंटे की दमदार चुदाई और चरम सुख मिलने के बाद मैं सो गया। Desi Kamwali Sex में इस बार पढ़िए की मेरी कामवाली बिल्कुल नंगी होकर झाड़ू मार रही थी। उसे इस हाल में देखकर मेरा लंड खड़ा हो गया और मैंने उसे वही सोफ़े पर चोद दिया।

       मैं बिल्कुल नंगा ही अपना खड़ा लंड हिलाता हुआ सिडिया उतर कर नीचे पहुँचा, तो शीला दीदी हाल में झाड़ू लगा रही थी। लेकिन इसमें नई बात क्या है? चौकने की बात यह है की शीला दीदी भी मेरी तरह बिल्कुल नंगी थी। उनके शरीर पर एक कपड़ा नहीं था। मानो जैसे Desi Kamwali Sex ने मेरे मन की बात पहले से जान ली हो। वो भी मेरी तरह यह 2 दिनों का भरपूर मज़ा लेना चाहती थी। शीला दीदी झाड़ू लगाने के लिए झुकी हुई थी। जब मैंने गौर से देखा तो 2 घंटे पहले का हमारा काम रस अभी भी उनकी चुत से बह कर निकल रहा था। वो सारा रस उनकी जाँघों के बीच फेल रहा था। जैसे शीला दीदी इस रस का पूरा मज़ा ले रही हो। मैं अपना खड़ा लंड लेकर उनके बिल्कुल पीछे सट के ऐसे खड़ा हो गया की मेरा लंड उनकी चुत को छू सके। मेरे खड़े लंड का स्पर्श पा कर शीला दीदी अपने चेहरे पर एक मुस्कान ले कर पीछे मुड़ी। मेरे  लंड  को पकड़ कर सहलाते हुए उन्होंने मुझे अपने करीब खिचा और मेरे होंठों को चूमने लगी।

       हमारी हरकतें देख कर कोई नहीं कह सकता था की हम दोनों के बीच मालिक नौकर का रिश्ता है। एस ही लग रहा था के हम दोनों प्यार में  पागल 2 आशिक है जिनके बीच में अपार वासना है। कुछ पल बाद मेरे  होंठों को आजाद करते हुए शीला दीदी मेरे  लंड की और देखते हुए कहा “यह अभी भी खड़ा ही है? बाबा, आपने कोंनसि गोली खाई है जो ये बैठ ही नहीं रहा? 1 घंटे पहले मैं जब बिस्तर से उठी तब भी यह इसी हाल में था”। मैंने मुसकुराते हुए कहा “यह तो आपकी चुत का कमाल है शीला दीदी। मेरा लंड कितना भी आपकी चुदाई कर ले, इसकी भूख तो बढ़ती ही जा रही है”। शीला दीदी ने एक कामुक मुस्कान दी और फिर से हम एक दूसरे के होंठों को चूमने लगे। चूमते चूमते मैंने Desi Kamwali Sex की उत्सुकता में अपनी गोद में उठा लिया। शीला दीदी ने भी अपनी दोनों बाहे मेरी गर्दन पर लपेट दी। उनकी चुत से रस टपक कर मेरे लंड पर गिर रहा था। मैं शीला दीदी के साथ सोफ़ा में बैठ गया। हमारा एक दूसरे के होंठों से रस पान करना अभी भी जारी था।

       कुछ देर बार हमने एक दूसरे को होंठों को छोड़ा। मैं शीला दीदी को उठाकर बाजू में रख रहा था यह सोच कर की उनको सोफ़ा पे लिटा कर, या उनको कुतिया बना कर उनकी चुत मरूँगा। लेकिन शीला दीदी के दिमाग में Desi Kamwali Sex के लिए कुछ और ही चल रहा था। जैसे ही मैं उठाने की कोशिश करने लगा, उन्होंने मुझे रोक दिया और कहा “जय बाबा रुकिए, अब आप मुझे नहीं, मैं आपको चोदूँगी”। मेरे मन में कई सवाल आने लगे की यह कैसे मुमकिन है? मेरे मन के भाव मेरे चेहरे पर देख कर शीला दीदी ने कहा “मतलब बाबा आप नीचे रहिए, मैं अपनी चुत से आपके लंड को चोदूँगी”। मेरे तो मानो नसीब के ताले खुल गए हो। भारतीय लड़कियाँ ज्यादा तर sex में रुचि लेती नहीं है। अगर उन्हें रुचि हो तो भी कहने से शरमाती है की उन्हें क्या पसंद है और क्या चाहिए। क्योंकि उन्हें लगता है की अगर उन्होंने sex में ज्यादा रुचि दिखाई तो उनका पती या आशिक उन्हें बाजारू समझेगा। इसी लिए ज्यादा तर लड़कियाँ अपनी sex की इच्छाओं को मन में ही दबा के रखती है। लेकिन आज शीला दीदी के हर एक कामेच्छा मेरे सामने उमड़-उमड़ कर बहार आ रही थी। Desi Kamwali Sex में शर्म हया की सारी हदें पार करके सिर्फ चरम सुख प्राप्त करना चाहती थी, जैसे मैं भी अपने जिस्म की आग बुझाना चाहता था। मैं सोफ़ा में relax हो कर बैठ गया। शीला दीदी मेरी गोद में आकर बैठ गई और अपने दोनों हाथ मेरी गरदन के पीछे बांध लिए। उन्होंने अपनी गांड को थोड़ा ऊपर किया और मुझे इशारा किया की मैं अपने लंड को उनकी चुत के पास सेंट करूँ, मैंने किया भी वैसे।

Desi Kamwali Sexy Wearing colorful blouse in the village
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       शीला दीदी धीरे-धीरे अपनी गांड को नीचे करती गई। मुझे भी उनकी चुत का छेद दिख तो नहीं रहा था पर मैंने अपने दोनों हाथों से महसूस करके चुत के मुंह के पास अपना लंड सेंट किया। जैसे शीला दीदी को लगा की लंड बिल्कुल सही जगह पर है उन्होंने अपने शरीर को मानो हवा में छोड़ दिया। इसकी वजह से उनकी गांड एकदम से मेरी जाँघों पर आ धमकी और मेरा लंड एका एक उनकी चुत में जा घुसा। शीला दीदी के मुंह से एक लंबी सिसकारी निकली “आह्हह्हह्हह्हह्हह्हह्ह.. .. .. .. ..” मेरे  शरीर पर भी दो गुना दबाव पद रहा था। एक तो मेरे लंड पर उनकी चुत का और दूसरा मेरे पैरों पर शीला दीदी के पूरे शरीर का। मैंने Desi Kamwali Sex के इस सेशन में उनकी गर्दन के पीछे हाथ डाल के उनका चेहरा अपने करीब किया और उनके होंठों को चूसने लगा। इस बार मैंने अपनी जीभ भी उनके मुंह में डाल दी। शीला दीदी वो भी बड़े चाव से चूसने लगी। वो मेरे लंड पर वैसे ही कुछ देर बैठी रही और हम एक दूसरे की जीभ और होंठ चूसते रहे। पूरा घर हमारी चुम्मा चाटी की आवाजों से गूंज रहा था। थोड़ी देर बाद मैंने शीला दीदी की मखमली गांड पर हाथ फिराना चालू किया। उनकी गांड इतनी मुलायम और भरी हुईं थी की मैं अपने आप को रोक नहीं पाया। मैंने जोर से उनकी गांड पर थप्पड़ मारा। मेरे इस वार से शीला दीदी थोड़ी नाराज हुई क्यूंकी मैंने थोड़ी जोर से मार दिया था और उन्हें दर्द भी हो रहा था। लेकिन वो कुछ बोली नहीं। शीला दीदी ने Desi Kamwali Sex में धीरे-धीरे अब अपनी गांड को उछालना शुरू किया। शीला दीदी अपनी गांड को इतना ही ऊपर करती की मेरे लंड का आगे का हिस्सा ही उनकी चुत में रहता। फिर वो अपने बदन को बिल्कुल ढील छोड़ देती ताकि, लंड उनकी चुत में जड़ तक अंदर जा सके। यह उन्हें बेहद आनंद दे रहा था। मेरे लिए भी यह पहली बार था की कोई और मेरे लंड की चुदाई करें अपने हिसाब से। मैं भी हर एक पल का मजा ले रहा था।

       जब शीला दीदी अपना बदन ढीला छोड़ कर मेरे लंड पर बैठती तो उनकी गांड मेरी जाँघों पर टकराती। इससे एक थप की आवाज आती। इसी दौरान मैंने शीला दीदी के स्तनों को अपनी गिरफ्त में ले लिया था। मैंने एक-एक स्तन को एक-एक हाथ में लेकर किसी खिलौने के बोल की तरह दबाना शुरू कर दिया। बारी-बारी उनके निप्पल के ऊपर मुंह लगा कर उन्हें भी चूसने लगा। कभी चूसता तो कभी दांत से थोड़ा सा काट भी लेता। शीला दीदी अभी भी मेरे लंड पर कूद रही थी। उनके स्तन मेरे हाथ में ही थे। Desi Kamwali Sex में उनकी उत्तेजना सातवें आसमान पर थी। इसी के चलते उनकी साँसे तेज हो गई। उनके पैर भी अब जवाब देने लगे थे। मैंने भी उनके स्तनों को और जोर से दबा कर चूँस जारी रखा। कुछ ही पल में शीला दीदी की चुत बहने लगी। हम लड़कों को लड़कियों के चरम सुख का ज्यादा खयाल नहीं होता। कभी कभी तो लड़कियों खुद को पता नहीं होता की उन्हें किस प्रकार का चरम सुख मिला है। लेकिन अभी जो शीला दीदी की चुत से जो बह रहा था वो काम रस था। शीला दीदी के काम रस की एक भीनी सुगंध थी जो मुझे अच्छी लग रही थी। शीला दीदी के शरीर से मानो जैसे आत्मा तृप्त हो कर निकाल गई हो। वो मेरे  ऊपर निढाल हो कर गिर पड़ी। उनकी साँसे अभी भी तेज चल रही थी। उनके स्तन मेरी छाती से चिपके हुए थे। मुझे उनके दिल की हर एक धड़कन महसूस हो रही थी। मैंने भी उन्हें हिलाया नहीं और उनकी पीठ पर हाथ घूमता रहा। कुछ देर तो ऐसा लगा की अब मेरे लंड का तो कुछ नहीं होगा, क्यूंकी Desi Kamwali Sex के चलते शीला दीदी का तो काम हो गया। मेरा लंड अभी भी शीला दीदी की चुत में ही था, उनके काम रस से बिल्कुल भीगा हुआ।

       कुछ देर बाद शीला दीदी मेरी गोद में से उठी और मेरे लंड की और देखने लगी। वो थोड़ा ढिला पर गया था। शीला दीदी ने कहा “अरे यह क्या बाबा, आपका लंड ढिला क्यू होने लगा?” तो मैंने कहा “अरे आपका तो निकल गया, तो मुझे लगा की अब मेरे लंड का तो कुछ नहीं होगा”। शीला दीदी मेरे करीब आ कर मेरे होंठों को चूमकर बोली “बाबा आपने मुझे जो दिया है वो हर औरत का ख्वाब होता है। चरम सुख जो हर औरत चाहती है अपने मर्द से। तो आपने मुझे इतना सुख दिया तो क्या मैं आपके सुख की चिंता नहीं करूंगी?” इतना कह कर Desi Kamwali Sex को पूरा करने शीला दीदी अपने घुटनों पर बैठ कर मेरे लंड को अपने मुंह में लेकर चूसने लगी। मेरे लंड पर अभी भी उनकी चुत का काम रस लगा हुआ था। वो मेरे लंड के साथ-साथ अपना खुद का काम रस भी चूस रही थी। यह द्रश्य मेरे लिए बहुत कामुक था। देखते ही देखते मेरे लंड में फ़िरसे तनाव आ गया और वो अपने पूरे आकर में आ गया। मैंने शीला दीदी से कहा “आप सोफ़े के ऊपर कुतिया बन कर झुक जाओ”। वह तुरंत मान गई। शीला दीदी ने अपना मुंह सोफ़े के ऊपर वाले भाग पे टीका दिया और अपनी गांड इस प्रकार बहार निकाली की उनकी चुत बिल्कुल मेरे लंड के सामने आ जाए। मैंने भी आगे बढ़कर उनकी कमर को पकड़ा, लंड को चुत के ऊपर सेट करने लगा। लेकिन Desi Kamwali Sex के लिए मेरे सामने तो 2 छेद थे। इस position में होने की वजह से उनकी गांड का छेद भी मेरे बिल्कुल सामने था। उनकी गांड का छेद बहुत छोटा सा भूखरे रंग का था। उनकी गांड का छेद उनकी चुत से छोटा था। क्युकी उनकी गांड में अभी तक मेरा लंड नहीं घुसा था। मेरे मन में एक शरारत सूजी। तो मैंने अपने लंड को हाथ से पकड़ कर उनके दोनों छेड़ो के पास ऊपर नीचे करने लगा। उन्हें मेरे लंड का स्पर्श हो रहा था। वो डर गई की कही मैं उनकी गांड में अपना लंड न घुसा दूँ। तो कहने लगी “जय बाबा, मुझे दिख रहा है आप क्या करने की कोशिश कर रहे हो। आपके लिए मेरी चुत पेश है। जैसे चाहे वैसे चोदिए लेकिन मेरी गांड पर दया कीजिए”। मैंने मन ही मन सोचा की आज नहीं पर किसी दिन तो इस गांड का उद्घाटन तो मैं ही करूंगा। फिर मैंने लंड को चुत पे set किया और धक्का लगाया। धक्का जोर का था पर शीला दीदी का मुंह सोफ़े पे टीका हुआ था तो वो गिरी नहीं बस थोड़ी आगे खिसक गई।

       मैंने फिर Desi Kamwali Sex के धक्कों की मशीन चला दी। उनके दोनों हाथों को पीछे करके पकड़ लिया। इसकी वजह से मुझे धक्का देने में आसानी होती और मैं ज्यादा जोर से धक्का दे पाता था। हर धक्के के साथ शीला दीदी की गांड मेरी जाँघों से टकराती और थपप की आवाज आती। धक्के इतने तेज थे जैसे की मैं चुदाई का संगीत बज रहा हु। साथ ही साथ शीला दीदी के मुंह से कामुक कराहने की आवाजें भी आ रही थी। पूरा घर हमारी चुदाई की आवाजों से फिर से गूंज उठा। थोड़ी देर बार मैंने आगे झुक के शीला दीदी के झूलते स्तनों को अपनी गिरफ्त में ले लिया और पीछे से उनके बालों को हटा कर उनके गले को चूमने लगा। मैंने अपनी धक्कों की मशीन रोकी नहीं। इतनी देर की चुदाई की वजह से हम दोनों पसीने से भीग चुके थे। शीला दीदी की गर्दन से बहते पसीने को भी में चूम के चाट रहा था। मुझे उससे घिन नहीं आ रही थी बल्कि वह बहुत कामुक लग रहा था। शीला दीदी भी मुझे चूमना चाटना चाहती थी पर लाचार थी। मुंह से चिल्लाने के अलावा वो और कुछ नहीं कर सकती थी। मेरा माल अब निकालने के करीब था तो मेरे अंदर का जानवर फिरसे बहार आने लगा। मैंने पीछे होकर शीला दीदी के खुले बालों को पकड़ा। एक हाथ से उन्हें पीछे खिचा और दूसरे हाथ से चुदाई करते-करते शीला दीदी की गोल मांसल गांड पर चमाते मारना चालू किया। इस बार Desi Kamwali Sex में शीला दीदी सच में चिल्लाने लगी। मेरे इस वहशीपने से उन्हें दर्द हो रहा था पर यह दर्द उन्हें एक अलग ही काम सुख दे रहा था। वो चिल्लाती रही और मेरा साथ देती रही। मैंने भी कुछ आखिरी के 15 20 जोरदार धक्के मारे और मेरे लंड से लावा निकलने लगा। इस बार मैं ऊपर था तो वक्त रहते मैंने अपने लंड को बहार निकाल लिया। मेरा सारा माल शीला दीदी की पीठ, गांड और पैरों पर गिरता रहा। शीला दीदी वैसे ही उलटी पड़ी-पड़ी हाँफ रही थी, मैं भी उनके बाजू में जा कर बैठ गया और अपनी साँसों को अपने काबू में करने की कोशिश करने लगा।

       कुछ देर बाद शीला दीदी उठ कर बाथरूम में जाकर अपने आप को साफ़ करके आई लेकिन में सोफ़े में ही बैठा हुआ था। शीला दीदी नंगी ही घर के कामों में जुट गई। मैंने भी खुद को साफ़ किया और नंगा ही सोफ़े में बैठ कर टीवी देखने लगा। लेकिन आगे क्या? मम्मी पापा तो कल आने वाले है। हमारे पास आज की पूरी रात है। क्या किया हमने उस रात? पढ़िए Desi Maid Sex के अगले भाग में..      

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