TMKOC Sex Stories के पिछले भाग तारक मेहता का ठरकी चश्मा – 1 में आपने पढ़ा की शादी की बाद 5 साल तक जेठालाल मुंबई अकेला रहा और कभी अपनी पत्नी दया से मिलने नहीं आया। 5 साल बाद दया को मुंबई ले जाकर एक रात जोर जबरदस्ती से Daya Bhabhi Sex कर लिया और उसकी सील तोड़ दी। इस बार कैसे दया ने ठान लिया था की वह अपने पति की कामवासना जगा कर रहेगी। उसने खुद को पूरी तरह से बदल दिया। दया के नए रूप पर मोहित हो कर एक दिन जेठालाल ने Daya Bhabhi Sex बाथरूम में ही कर दिया।
उस रात Daya Bhabhi Sex के बाद सुबह चलने फिरने में भी दिक्कत हो रही थी। पहली बार Daya Bhabhi Sex करने से और चुत की सील टूटने की वजह से चुत सूज गई थी। लेकिन दया को इस चीज की परवाह नहीं थी। उसे तो बस अपने पति का प्यार चाहिए था। सुबह उठ कर अपने दर्द पर ध्यान न देते हुए उसने सारे काम खतम किए। दोपहर में अपने फ्लैट की बालकनी में खड़ी रह कर सोच रही थी उसकी मदद कौन करेगा इस अनजान शहर में? कोई नजदीक का हुआ भी तो उससे सेक्स की बाते कैसे करेगी? यही खयालों में खोई हुई दया को किसी ने नीचे से आवाज दी “आप जेठालाल की पत्नी दया हो क्या?” दया ने अपने खयालों से बहार आते हुए देखा तो नीचे एक 25 27 साल की औरत खड़ी थी। उसका चेहरा काफी चमक रहा था, शरीर भी काफी स्लिम था मानो उसने अपनी सेहत का काफी अच्छा खयाल रखा हो।
दया “जी हाँ। मैं ही हूँ उनकी पत्नी, दया। लेकिन आप?”
उस नीचे खड़ी औरत ने कहा “जी मेरा नाम अंजली है। में यही ग्राउन्ड फ्लोर पे रहती हूँ। मेरे पति तारक और जेठालाल काफी अच्छे मित्र है। वो गाव जाने वाले थे तब बताया थी आपको लेने जा रहे है। आप अगर फ्री हो तो आइए मेरे घर, चाय पीते-पीते बाते करेंगे”।
दया पहले तो झिझक रही थी के न जान न पहचान और सीधा किसी के घर जाना कैसा लगेगा। लेकिन फिर अंजली के झोर देने पर दया मान गई। उसे भी कोई चाहिए थे जिससे वो बात कर सके और घुल मिल सके। अंजली थी भी दया की उम्र की, तो कुछ ही दिनों में उनके बीच अच्छा ताल मेल बैठ गया था। दया तो सिर्फ आठवीं तक पढ़ी थी जबकि अंजली तो graduate थी। उसके रहन सहन से भी पता चलता था की वो किस विचारों की थी। अंजली अपनी उम्र से काफी छोटी दिखती थी, और उसकी वजह थी उसका सेहत के प्रति ध्यान देना। अंजली dieting और कसरत दोनों करती थी। उसका मानना था की सेहत ही सब कुछ है। वो तैयार भी अच्छी तरह से होती थी। अंजली के बाल तो थोड़े घुँघराले थे लेकिन उसके पतले चेहरे पर अच्छे लगते थे। उसका रंग तो बिल्कुल साफ़ था लेकिन पतली कमर के अलावा उसके स्तन औसत होने के बावजूद उसके पतले शरीर पर बड़े दिखते थे। वो कई बार लो कट वाले ड्रेस पहनती थी, जिसमें उसकी क्लीवेज बड़ी आकर्षक दिखती थी।
दया और अंजली का मिलना जुलना चलता रहा। अब धीरे-धीरे अंजली दया से खुल के बाते करने लगी थी। वो अपने पति तारक के बारे में भी कभी-कभी बात करती। की कैसे वो अंजली की बात नहीं मानते। बहार का तला हुआ खाना खाते रहते है और अपनी सेहत का ध्यान नहीं रखते। इसी के चलते पति पत्नी के बीच तनाव बढ़ गए और दूरियाँ भी। एक बार तो अंजली ने भावुक हो कर अपनी सेक्स लाइफ के बारे में भी दया को बता दिया की कैसे उनके बीच कई महीनों से कुछ हुआ ही नहीं है। अब तक तो दया चुप थी और जेठालाल के साथ उसके शारीरिक संबंधों के बारे में अंजली से कुछ कहा नहीं था। पर अब उसे लगा की वह खुल के बात कर सकती है। एक दोपहर को ऐसे ही बात चल रही थी लेकिन दया चुप चाप बैठी थी। अंजली ने पूछा की क्या हुआ तो दया रो पड़ी, और कहा “क्या बताऊ मैं आप को, मेरी तो लाइफ मानो बैरंग हो चुकी है”।
अंजली “लेकिन ऐसा क्या हुआ?”
दया “हमारी शादी को 5 साल हो चुके है लेकिन आज तक जेठालाल ने मेरे साथ बैठ कर एक बार बात नहीं की”।
अंजली “क्या बात कर रही है आप। ऐसा कैसे हो सकता है? बात तक नहीं हुई तो बाकी चीजों का क्या?”
दया “बाकी तो क्या? संभोग? Daya Bhabhi Sex तो उनकी मर्जी से होता है”।
फिर पहली बार Daya Bhabhi Sex की पूरी बात बताई। अंजली ने दया को संभालते हुए उसे शांत किया और एक किताब दी। उस किताब में एक औरत को कैसे खुद का ध्यान रखना चाहिए से लेकर कैसे अपने पति को रिझाना चाहिए, सब लिखा हुआ था। दया अंजली का शुक्रिया करते हुए अपने घर चली गई और जब भी उसे मौका मिलता वो किताब पढ़ने बैठ जाती। अंजली ने भी उसका खूब साथ दिया, उसे हर तरह की चीज सिखाई। दया ने अपने शरीर का पूरा ध्यान रखना शुरू किया। वो नियमित रूप से अपने शरीर के बाल साफ़ करती, सर के बालों को स्टाइल करती, और तो और उसने साड़ी भी अब अलग तरह से पहनना शुरू कर दिया। अब दया वो गाव की अनपढ़ औरत नहीं लगती थी, बल्कि शहर की एक पारिवारिक औरत जैसी दिखती थी। यह सब जेठालाल ने बी गौर किया और उसे अब दया के प्रति आकर्षण होने लगा था। कई बार जब दया कुछ काम करने के लिए झुकती तो उसके स्तन के बीच की गहराई को देखता रहता। दया को भी अब अच्छा लगता था की उसका पति Daya Bhabhi Sex के सपने देखता है। एक दिन जब जेठालाल बाथरूम से नहा कर निकल रहा था तो देखा टोलियाँ बहार ही भूल गया है। जेठालाल के दिमाग में Daya Bhabhi Sex की खुराफात सूजी और उसने दया को आवाज लगाई उसका टोलियाँ लाने के लिए। जब दया ने दरवाजे के पास आकर खटखटाया और अपना मुंह दूसरी ओर करके खड़ी रही। जेठालाल ने दरवाजा खोला और दया की ओर देखा। उस दिन दया ने एक नीले रंग की पतली साड़ी पहनी थी जिसमें उसका शरीर बहुत कामुक लग रहा था। जेठालाल ने दया का हाथ पकड़ा और बाथरूम के अंदर खिच लिया।
दया जेठालाल की इस हरकत अचंभित राह गई। बाथरूम में वह अपनी नजरे झुकाए जेठालाल के सामने खड़ी थी। जेठालाल के शरीर पर एक भी कपड़ा नहीं था और वह अभी भी गीला था। नजर झुकी हुई होने की वजह से दया ने जेठालाल के खड़े लंड को पहली बार देखा। 5 इंच का लंड जो अपने पूरे आकार में आ रहा था। जेठालाल ने दया के चेहरे को पकड़ा और ऊपर किया। दया ने अपनी नजर उठाई और जेठालाल की आँखों में देखा। इतने में जेठालाल ने अपने होंठ दया के होंठों पर रख दिए, और उसके होंठ चूसने लगा। दया के जीवन का यह पहला चुंबन था। किसी ने पहली बार उसके होंठ चूसे थे। उसके तो शरीर में मानो करंट सा लग गया। उसे तो कुछ समझ नहीं आया की क्या करना चाहिए, जेठालाल एक तरफ चुंबन करता रहा। दूसरी तरफ अपना एक हाथ ले गया दया के सर के पीछे। दया हमेशा बालों का जुड़ा बांधती थी, लेकिन जेठालाल को खुले बालों वाली लड़कियाँ ज्यादा पसंद थी। उसने दया का जुड़ा खोल दिया और उसके घने लंबे बाल फेल गए। दूसरे हाथ से जेठालाल ने दया का ब्लाउस पीछे से खोल दिया। उस रात की तरह जेठालाल आज बिल्कुल जल्दबाजी नहीं करना चाहता था। दया का नया रूप उसे पसंद आ गया था और वो उसे Daya Bhabhi Sex से पहले अच्छी तरह से भोगना चाहता था। जेठालाल ने एक हाथ से ही ब्लाउस के हुक खोल दिए, दया को आश्चर्य तो हुआ की कैसे जेठालाल ने बिना किसी दिक्कत के एक हाथ से सारे हुक खोल दिए। जबकि किसी मर्द के लिए बिना तजुरबे के यह करना नामुमकिन है। लेकिन फिर जेठालाल ने ब्लाउस को उतार कर फेंक दिया। दोनों हाथों से वो दया के मुलायम स्तन दबाने लग गया, और दया सब शक सवाल भूल गई। अब जेठालाल ने दया के होंठ चूसना छोड़ कर दया के निप्पल चूसना शुरू कर दिया। एक निप्पल को चूसता, दांतों से काटता और दूसरे को मसल देता। दया के शरीर में मानो करंट लग गया हो। उसका अपने पैरों पर खड़े रहना मुश्किल हो गया था, उसके पैर कांपने लगे थे।
जेठालाल ने यह महसूस किया तो उसने दया के स्तन चूसना छोड़ा और उसे बाकी के कपड़े उतार कर wash basin की और जाने को कहा। दया ने भी तुरंत अपनी साड़ी, पेटीकोट और panty उतार कर वही फेंक दी। फिर जेठालाल ने दया को उठा कर basin की बाजू वाली जगह में बिठा दिया। वह जगह ठंडी थी तो दया को गांड पर गुद गुदी सी हुई। जेठालाल ने दया की टाँगे फैला दी और करीब आ गया। दया ने अपने शरीर का अच्छे से ध्यान रखना शुरू कड़ी दिया था। अंजली ने बी उसे सब सिखा दिया था की औरत कैसे अपने शरीर को कामुक बना सकती है। दया अब हर रोज अपनी चुत साफ़ करती थी। जिसकी वजह से उसकी काली चुत अब बहुत आकर्षक दिखती थी। दया की चुत अभी-अभी खुली थी तो उसकी फाँके भी अंदर थी। जेठालाल की चुम्मा चाटी और निप्पल चूसने की वजह से दया की गीली चुत से काम रस बह रहा था। जेठालाल तो मानो दया के इस नए कामुक अवतार पर लट्टू हो गया था। उसने करीब आ कर दया के गले को चूमना शुरू कर दिया। दया को पता ही नहीं था की मर्द के गले पर चूमने से इतना आनंद मिलता है। दया की सिसकियाँ निकालने लगी “आह.. हम्म.. नहीं.. आह..” इसके अलावा वो और कुछ बोल नहीं पा रही थी। वह बस जेठालाल के यह बर्ताव से खुश थी। जेठालाल से अब रहा नहीं जा रहा था। उसने दया के गले को चूमना छोड़ा और अपने लंड को दया की चुत में खड़े खड़े डालने की तैयारी करने लगा। दया की चुत वैसे भी गीली थी तो जेठालाल का लंड जाने में दिक्कत नई हुई। जेठालाल ने दया की दोनों मखमली टांगो को अपने हाथों से पकड़ के थोड़ी ऊपर कर दि ताकि दया की चुत लंड के बिल्कुल सामने आ जाए। चुत के मुंह पर लंड लगा कर जेठालाल ने धक्का मारा तो लंड 3 इंच तक अंदर घुस गया। जेठालाल अपनी कमर हिला कर धक्के मार रहा था। आंखें बांध करके बस Daya Bhabhi Sex का मजा ले रही थी। जेठालाल ने आगे बढ़कर दया के होंठ चूसना भी शुरू कर दिया। दया भी जेठालाल का पूरा साथ दे रही थी। उसने भी अपने हाथ जेठालाल के सर के पीछे ले जा कर उसके बालों में फिरने लगी। जेठालाल को जब लगता की वह झड़ने वाला है तो वो धक्के मारना बांध कर देता ओर दया के होंठ या गया चूमने लगता। इससे उसका स्खलित होने का वक्त बढ़ जाता। इस position में जेठालाल का पेट बड़ा होने की वजह से उसका पूरा लंड तो दया की चुत में नहीं जा पा रहा था। जबकि 3 इंच भी दया की नई चुत के लिए काफी था। दया शहर की औरतों की तरह सेक्स के दौरान चिल्लाती नहीं थी। उसे तो यह डर था की कही उसके ससुर न आ जाए। जेठालाल को तो किसी चीज की परवाह नहीं थी, क्यूंकी उसे तो बस अपना लंड शांत करना था।
लेकिन लंड पूरा न जाने की वजह से उसे मज़ा थोड़ा कम आ रहा था। जेठालाल ने दया को wash basin से उतर कर बाथरूम की जमीन पर कुतिया बन जाने को कहा। दया समझ गई की जेठालाल उसकी चुत पीछे से मारना चाहता है, तो Daya Bhabhi Sex के लिए तुरंत जमीन पर कुतिया बन गई। लेकिन दया ने यह पहले कभी किया नहीं था तो उसकी पीठ ऊपर थी और चूतड़ अंदर की ओर। जेठालाल ने उसकी पीठ दबाकर नीचे की और गांड को पकड़ कर अपनी और खिचा। दया की गांड उसके शरीर का सबसे आकर्षक हिस्सा है। लेकिन इस बात पर जेठालाल ने आज से पहले कभी गौर ही नहीं किया था। दया की चुत और गांड का छेद जेठालाल के बिल्कुल सामने थे। उसके आस पास दया की गदराई गोल मटोल कूल्हे। दया की 38 इंच की गांड देखकर जेठालाल तो अपने ऊपर काबू ही नहीं कर पाया और टूट पड़ा दया की गांड पर। अपना मुंह दया की चुत से लगा कर अपनी जीभ से चाटने लगा किसी कुत्ते की तरह। दया आगे झुकी हुई थी तो उसे पता ही नहीं था की जेठालाल करने क्या वाला है। जेठालाल के एका एक चुत चाटने से दया चौंक उठी। उसने पढ़ा था की मर्द और औरत एक दूसरे के अंगों को चूसते और चाटते है लेकिन उसे इस सब से घिन आती थी। लेकिन आज जब जेठालाल ने उसकी चुत चाट कर जो आनंद दिया उससे दया के सारे विचार बदल गए।
दया की चुत में एक अलग सुगंध थी जो जेठालाल को उकसा रही थी। दया की चुत से काम रास बह रहा था जिसे जेठालाल बड़े चाव से चाट रहा था। पीछे से मुंह लगाने की वजह से जेठालाल का नाक दया की गांड के छेद को कभी-कभी छुह जाता था। दया का शरीर काँपने लगा, साँसे तेज हो गई, धड़कने बढ़ गई और मानो चुत से लावा निकालने वाला हो। दया बेचारी अपने मुंह से कुछ बोल भी नहीं सकती थी तो अपने होंठ दांतों के बीच दबा कर अपनी साँसे काबू करने की नाकाम कोशिश करने लगी। लेकिन इतनी ही देर में उसकी चुत से एक तेज धार निकली जो जेठालाल के मुंह पर लगी। उसने फिर भी दया की चुत चाटना जारी रखा। इसकी वजह दया आधी मिनिट तक झड़ती रही। दया का स्खलन जब बंध हुआ और उसे होश आया तो शर्म से पानी-पानी हो गई, यह सोच कर की उसने जेठालाल के मुंह पर मूत दिया। लेकिन वो समझ नहीं पा रही थी की सिर्फ मूतने की वजह से उसका शरीर इतना ढीला क्यू पर गया, उसे यह जो सुख की अनुभूति हो रही है वो क्या है? जेठालाल भी दया की चुत से निकले हर कतरे को बड़े चाव से चाट गया। अब उसके लंड की नसें भी फूल चुकी थी और अंदर का लावा बहार आने की कोशिश कर रहा था। वो अपने घुटनों पर खड़ा हुआ, दया की गीली चुत पर अपना लंड सेंट किया और जोर का झटका मारा। चुत गीली होने की वजह से एक ही बार में पूरा का पूरा 5 इंच का लंड अंदर घुस गया। दया दर्द से चिल्ला उठी “आआआआआआआह.. .. .. .. ..” लेकिन जेठालाल को अब बस अपना लंड में भरा लावा खाली करना था। हर धक्के के साथ दया की बड़ी 38 इंच की गांड जेठालाल की झाँघों से टकराती और “थपप” की आवाज आती। बाथरूम पूरा जेठालाल और Daya Bhabhi Sex की “थपप.. थपप.. थपप.. थपप..” आवाजों से गूंज उठा। नीचे दया के स्तन हवा में हर धक्के के साल झूल जाते। जेठालाल ने दया की गांड की दोनों हाथों से पकड़ा और दना दन चोदता रहा। इस position में लंड ज्यादा अंदर जा रहा था, दया को दर्द के साथ-साथ मज़ा भी उतना आ रहा था।
जेठालाल ने कुछ आखिरी लंबे shorts मारे और फिर उसके लंड से माल निकलने लगा। सारा माल दया की चुत में अंदर ही निकल गया। वो हांफते हुए दया के ऊपर ही गिर पड़ा। दया भी नीचे जमीन पर पड़ी रही और जीवन के इस कामुक अनुभव से खुश होती रही। कुछ देर बाद दोनों अपने शरीर को साफ़ करके अपने दैनिक कामों में लग गए। लेकिन जेठालाल ने आज दया की गांड पहली बार देखी थी। उसके लंड में अब गांड चुदाई की भी इच्छा जाग रही थी। तो कब और कैसे मारेगा जेठालाल दया की गांड, जानने के लिए पढ़ते रहिए TMKOC Sex Stories।
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