TMKOC Sex Stories के पिछले भाग तारक मेहता का ठरकी चश्मा – 3 में आपने पढ़ा की अंजली के पति तारक ने एक दिन अचानक घर आ कर अंजली को surprise दिया और अपनी दया भाभी के साथ sex करने की fantasy अपनी बीवी की चुदाई कर के पूरी की। सोसाइटी के secretary और उनकी पत्नी माधवी भाभी Madhvi Bhabhi Sex स्टोरी में पढ़िए की कैसे माधवी ने भिड़े को उकसाया और भिड़े ने माधवी की फर्श पर ही कैसे जम कर चुदाई की।
सोसाइटी के इस open sex वाले माहोल में एक और couple शामिल था। वह थे society के सेक्रेटरी आत्माराम भिड़े और उनकी पत्नी माधवी भिड़े। Mr. और Mrs. भिड़े बहुत सी सरल स्वभाव के थे। वो मुंबई शहर में नए-नए आए थे। उन्हें इस बड़ी Morden सोसाइटी में क्या होता है कुछ मालूम नहीं था। वह दोनों मुंबई से थोड़े दूर एक गाव रत्नागिरी से आए थे। भिड़े अपने गाव में स्कूल टीचर था। बाकी का समय भिड़े और माधवी अपने खेतों में काम करके बिताते और 2 पैसे कमाते। मुंबई आने की वजह थी माधवी। गाव में रहने की वजह से भिड़े और माधवी का विवाह 14 15 सालों की उम्र में ही हो गया था। उसकी वजह से माधवी को अपनी पढ़ाई छोड़नी पड़ी और छोटी उम्र में ही घर के कम काज सीखने पड़े। वह रहती तो भिड़े के साथ ही लेकिन बड़े परिवार में रहने की वजह से उनके बीच पति पत्नी वाला प्यार भरा संबंध जल्दी बन नहीं पाया। उसी के चलते दोनों खेतों में काम करने चले जाते, ताकि कुछ वक्त परिवार वालों से दूर एकांत में बीटा सके। उनके बीच पहला सेक्स भी 21 साल की उम्र के बाद ही हुआ। भिड़े और Madhvi Bhabhi Sex का पहला अनुभव भी खेतों में ही लिया था। माधवी को हमेशा पैसे से प्यारा था। वो हमेशा भिड़े को परिवार से कुछ अलग करने को कहती, ताकि उनके पास ज्यादा पैसा हो। इसी के चलते 25 की उम्र होते-होते माधवी ने भिड़े से अपनी गाव की जमीन बिकवा दी और सब पैसे लेकर मुंबई जाकर अपना बिजनेस करने को मना लिया। अपनी पत्नी की इच्छा पूरी करने के लिए भिड़े ने हर मुमकिन कोशिश की, लेकिन असफल रहा। मुंबई आकर उसने एक रिश्तेदार के साथ partnership की और business शुरू किया। पर वह रिश्तेदार धोके बाज निकला और 2 साल में उनके सारे पैसे लेकर फरार हो गया। अब भिड़े के पास मुश्किल से society का यह घर बचा था। गाव में सब बेच कर आने की वजह से वह वापिस भी नहीं जा सकते थे। तो दोनों ने यही कुछ काम करके गुजारा करने का फैसला किया। भिड़े घर में ही Students को पढ़ाता था और माधवी भी आचार पापड़ बना कर दो पैसे कमाती थी।
माधवी के बारे में बता दूँ, वह एक गाव की अनपढ़ लड़की थी। उसका रंग बी बहुत साफ़ तो नहीं था, ना ही बहुत काली थी। उसके लंबे बाल थे, जिन्हें वह हमेशा बांध कर रखती थी। उसका शरीर भराव हुआ था 36-32-36. उसके 36C साइज के स्तन, किसी भी साड़ी के नीचे ढके उसे बड़े आकर्षक दिखते थे। जब भी वह चलती तो उसकी 36 इंच की गांड एसी मटकती के बूढ़ा भी एक बार मुड़ के देखे। माधवी हमेशा sleeveless ब्लाउस पहनती थी। जिसकी वजह से उसकी बाहे और गहरी छाती बहुत आकर्षक दिखती थी। उसकी एक और वजह थी जो आपको आगे पता चलेगी। दूसरी और भिड़े, गाव का एक सीधा सादा शिक्षक। भिड़े के सर पर बाल कम थे लेकिन अक्ल उतनी ही ज्यादा। वह अपने शरीर का भी उतना ही ध्यान रखता था। रोज सुबह वह प्राणायाम और योग करता था। ऊपर से गाव में खेतों में काम करने की वजह से उसका शरीर एकदम मजबूत था।
एक रविवार की सुबह भिड़े ने Students के लिए एक्स्ट्रा क्लास रखी। भिड़े उन्हें अपने फ्लैट के living room में ही पढ़ाता था। हफ्ते के बाकी के दिन काम काज के चलते पति पत्नी को आपस में समय बिताने का बिल्कुल भी मौका नहीं मिलता था। माधवी आज भी भिड़े को मना कर रही थी की extra क्लास ना रखे। लेकिन भिड़े अपने काम को लेकर बहुत शिष्ट बंध था। इतने सालों के वैवाहिक जीवन के बाद भी भिड़े और Madhvi Bhabhi Sex के प्रति उत्सुकता कम नहीं हुई थी। दोनों बराबर रूप से साथ देते एक दूसरे का। तो आज माधवी ने भी ठान लिया था की वह भिड़े से अपने शरीर की भूख शांत करवा के रहेगी। भिड़े Students को पढ़ा ही रहा था की, वही माधवी हाथ में पोंछा और बाल्टी ले कर आ गई। आज माधवी ने हल्के हरे रंग की साड़ी और पीले रंग का sleeveless ब्लाउस पहना था। माधवी को पोंछे के साथ देख कर भिड़े भी सोच में पड़ गया की माधवी इस वक्त तो कभी पोंछा नहीं करती, तो आज क्यू? मुंह पर हल्की सी शरारत भरी मुस्कान और आँखों में Madhvi Bhabhi Sex की वासना लेकर माधवी living room में पोंछा लगाने लगी। पोंछा करते वक्त साड़ी कही भीग न जाए, इस लिए पल्लू को माधवी ने कमर में फसा लिया था। अब माधवी ने जानबूझकर कर साड़ी के पल्लू को इस तरह रखा था, ताकि जब वह भिड़े के सामने पोंछा करने के लिए झुके तो उसे माधवी के स्तन अच्छे से दिखे। अब मर्द तो मर्द है, उसकी उम्र चाहे 18 साल हो या 80 साल। औरत के स्तन देखकर एक बार तो उसके लंड में तनाव आ ही जाता है। ऊपर से यह तो माधवी के 36 इंच के खरबूजे जैसे स्तन थे जो पीले ब्लाउस में कैद थे। जब भिड़े ने गौर से देखा तो पता चला की माधवी ने आज ब्लाउस के अंदर bra भी नहीं पहनी। इससे स्तनों का ब्लाउस में कैद रहना बहुत मुश्किल हो रहा था। लेकिन मुश्किल तो अब भिड़े के लंड को भी हो रही थी। भिड़े हमेशा कुर्ता पायजामा पहनता था। माधवी के स्तनों की गहरी घाटी देख कर तो भिड़े का लंड खड़ा हो गया, इतना की कुर्ते के ऊपर से भी कोई देख के बता दे। यह माधवी ने भी देखा लेकिन वह भिड़े को और उकसाना चाहती थी।
माधवी ने भिड़े के आगे झुक कर पोंछा लगाना जारी रखा। Students अभी भी अपनी पढ़ाई में मग्न थे, तो उन्हें पता नहीं चल रहा था की यह पति पत्नी के बीच kaamvasna क्या खेल चल रहा है। भिड़े भी अब अपने लंड के तनाव को छुपाने के लिए टेबल पर बैठ गया। चुपके से वह अब कुर्ते के ऊपर से ही अपने लंड को थोड़ा-थोड़ा सहलाने लगा। माधवी ने यह देख लिए और एक नई चाल चली। वह दूसरी ओर घूम गई और पोंछा लगाने लगी। झुके हुए होनी की वजह से माधवी की गांड बिल्कुल पीछे की ओर निकली हुई थी। भिड़े माधवी की गांड का दीवाना था। शादी के कुछ सालों में ही भिड़े Madhvi Bhabhi Sex में चुत मार-मार कर बोर हो गया था और उसने माधवी की गांड मारना शुरू कर दी थी। यही वजह थी के आज माधवी की 36 इंच की इतनी चौड़ी गांड है। माधवी की मखमली गांड साड़ी में देखकर भिड़े तो पागल ही हो गया। उसका मन तो किया सबके सामने वह माधवी की साड़ी फाड़ कर उसकी वही गांड चुदाई कर दे। भिड़े का अब अपने लंड पर काबू करना नामुमकिन हो गया था। उसने सारे Students से कहा की उसकी तबीयत खराब है और सबको घर जाने को कहा। जैसे आखिरी student घर से निकाला, भिड़े ने तुरंत main door बंद किया और भागा माधवी के पास। माधवी को तो इसी पल का इंतजार था। भिड़े ने माधवी को वही टेबल के सहारे टिकाया और उसके होंठ चूमने लगा। माधवी भी उसका पूरा साथ दे रही थी। वह दोनों इतने जुनून से एक दूसरे के होंठों का रस पान कर रहे थे, की उन्हें देख कर कोई नहीं कह सकता था की उनकी शादी को इतने साल हो गए है। कुछ मिनिट एक दूसरे के होंठ चूमने के बाद माधवी ने अपनी जीभ भिड़े के मुंह में डाल दी, तो भिड़े उसकी जीभ को भी चूसने लगा। कमरा पूरा उनकी चुम्मा चाटी की आवाजों से भर गया।
भिड़े ने अब होंठ चूमना छोड़ा और माधवी के पल्लू को उसकी कमर से निकाल कर माधवी के शरीर से अलग कर दिया। माधवी के ऊपरी भाग पर बस अब एक छोटा सा ब्लाउस था। भिड़े ने माधवी को अपने दोनों हाथ हवा में उठाने को कहा। माधवी ने अपनी आंखें बंध कर ली और इस पल का मज़ा लेने लगी। भिड़े थोड़ा करीब आया और अपना मुंह माधवी की काँख के करीब ले गया। उसने एक गहरी सांस ली और औरत के शरीर से आने वाली एक अलग सुगंध को महसूस किया। दरअसल भिड़े को एक्सिलिज्म अर्थात armpit fetish थी। यही वजह थी की माधवी हमेशा sleeveless ब्लाउस ही पहनती थी। भिड़े का जब भी मन करता वह माधवी को वही दबोच लेता और उसकी काँख को चूमता, चाटता और चोदता। माधवी को भी अच्छा लगता था की उसका पति उसके शरीर के हर हिस्से से आकर्षित है और उसे प्यार करता है। माधवी भी उसका साथ देती और हमेशा अपनी काँख को साफ़ सुथरा रखती। कुछ देर बाद भिड़े ने अपनी जीभ निकाली और एक-एक करके माधवी की साफ़ सुथरी और सुंदर काँख को चाटने लगा। थोड़ी गुद गुदी हुई लेकिन फिर Madhvi Bhabhi Sex के लिए और भी उत्तेजना होने लगती। अब माधवी की साँसे तेज होने लगी। उत्तेजना के मारे माधवी ने अब खुद अपनी साड़ी निकालना शुरू कर दी। उसकी चुत अब लंड मांग रही थी। वह तो हफ्ते भर से भिड़े से चुदने के लिए तैयार थी पर वक्त ही नहीं मिला। माधवी भिड़े को थोड़ा दूर करती ताकि वह अपनी साड़ी उतार सके पर भिड़े तो उसकी काँख चूमने और चाटने में इतना खो गया था की वह कुछ और करना ही नहीं चाहता था। जैसे तैसे करके माधवी ने अपनी साड़ी उतरी, उसने अंदर तो वैसे भी कुछ नहीं पहन था। वह पहले से जानती थी की उसके इस पैतरे से भिड़े खुद को रोक नहीं पाएगा तो ज्यादा कपड़े क्यू पहनने।
अब हाल यह था की माधवी के शरीर पर बस एक ब्लाउस था जो अस्त व्यस्त हो चुका था और भिड़े ने पूरे कपड़े पहने हुए थे। भिड़े को अपने आप से दूर करके माधवी ने अपना नाम के लिए पहन हुआ ब्लाउस भी उतार दिया। अब भिड़े के सामने थी एक भरे हुए शरीर की मालकिन जो उससे चुदने को बेताब थी, बिल्कुल नंगी खड़ी थी। माधवी फिर अपने घुटनों पर बैठ गई और भिड़े के कुर्ते को थोड़ा ऊपर करके उसके पायजामे का नाड़ा खोलने लगी। भिड़े अब टेबल का सहारा लेकर खड़ा हो गया और इस पल का मज़ा लेने लगा। कुछ ही पलो में माधवी ने पायजामे को भिड़े से अलग कर दिया और देखा तो भिड़े भी अंदर से बिल्कुल नंगा ही था। पायजामे के अलग होते ही भिड़े का 5 इंच लंबा लंड आजाद हो गया और लोहे की तरह खड़ा हो गया। भिड़े का लंड था तो 5 इंच का ही पर उसकी मोटाई ज्यादा थी। मोटाई ज्यादा होने की वजह से माधवी की चुत भिड़े के लंड से चुदकर बिल्कुल फैल जाती और उसे बड़ा मज़ा आता। अब भिड़े ने भी अपना कुर्ता उतार दिया और नंगा हो गया। माधवी ने लंड को अपने हाथों में लिया और उसकी चमड़ी को पीछे खिच ताकि लंड का लाल सुपारा बहार आ सके। माधवी ने लंड पर थोड़ी थूक लगाकर उसे थोड़ा चिकना किया और अपना एक हाथ थोड़ा ऊपर करके लंड को अपनी काँख में दबा लिया। भिड़े को भी यही अच्छा लगता था। उसे माधवी का मुंह चोदने से अधिक काँख चोदना ज्यादा पसंद था। लंड को माधवी ने चिकना तो कर ही दिया था और काँख में दबाने की वजह से लंड और भी फूलने लगा। भिड़े भी अपनी कमर हिला कर लंड आगे पीछे करने लगा और माधवी की काँख चोदने लगा।
भिड़े को अपनी armpit fetish पूरी करने में बहुत आनंद आने लगा। काँख चिकनी होने की वजह से कमरे में अब “फ़च.. फ़च.. फ़च.. फ़च..” की आवाज गूंजने लगी। दूसरी तरफ Madhvi Bhabhi Sex की उत्तेजना से पागल हो रही थी। उसकी चुत में से तो कबसे पानी टपक रहा था। अपनी चुत को शांत करने के लिए माधवी ने भी अपने हाथ से चुत को सहलाना शुरू कर दिया। कुछ मिनिट ऐसे ही माधवी की काँख चुदाई करने के बाद भिड़े ने अपना लंड उसकी काँख से निकाला और माधवी की ओर देखा। माधवी समझ गई की अब Madhvi Bhabhi Sex में चुत चुदाई की बारी है। माधवी वही फर्श पर doggy style में लेट गई। अपनी 36 इंच की गांड बहार निकाल कर भिड़े को चुदाई के लिए न्योता देने लगी। भिड़े अपने लंड पर थूक लगा कर सहलाता हुआ अपने घुटनों पर बैठ गया। माधवी की गांड को थोड़ा सेंट करके भिड़े ने अपने लंड को पकड़ा और घुमाने लगा उसकी गांड की दरार के बीच। भिड़े के लंड का एहसास अपनी चुत ओर गांड के छेद पर होते ही माधवी के शरीर में करंट सा दौड़ गया। फिर चुत के मुंह पर लंड लगा कर भिड़े ने अपनी कमर हिला कर हल्का सा धक्का दिया तो लंड 3 इंच तक अंदर घुस गया। साथ ही साथ माधवी के मुंह से “आह्हहहहह.. .. .. ..” की आवाज आई। भिड़े का लंड मोटा होने की वजह से जब भी वह माधवी की चुदाई करता तो उसकी चुत काफी फैल जाती। कई बार तो इतनी फैल जाती की चुदाई के बाद उसके चुत के होंठ बंध ही नहीं होते और उसे अपनी चुत में हवा जाती हुई महसूस होती। इतने वर्षों से भिड़े के मोटे लंड से चुदने की वजह से माधवी की चुत फैल तो गई थी। लेकिन उसकी मांसल गांड और जाँघों के बीच Madhvi Bhabhi Sex में मज़ा तो आज भी किसी नई चुत जितना ही देती थी। फिर भिड़े ने कमर हिला- हिला कर माधवी की चुदाई शुरू कर दी। हर धक्के पर जब भिड़े अपना लंड चुत में जड़ तक उतार देता तो उसकी जांघें माधवी की गांड से टकराती और “थपपपपपप.. .. .. ..” की आवाज आती। उधर नीचे लटके हुए माधवी के स्तन भी झूल जाते। उसके निप्पल फर्श को छूते तो माधवी को और मज़ा आता।
भिड़े के धक्के इतने दमदार थे की माधवी अगर फर्श पर न होती तो गिर ही जाती। लेकिन फिर भी माधवी की चुदाई अच्छे से करने के लिए भिड़े ने उसकी मांसल गांड को अपने दोनों हाथों से पकड़ रखा था, ताकि भिड़े Madhvi Bhabhi Sex की गाड़ी अपने हिसाब से चला सके। बीच-बीच में कभी वह माधवी की उछलती गांड पर रपट भी लगा देता और माधवी दर्द और काम सुख से सिहर जाती। काँख चुदाई से भिड़े पहले से ही बहुत उत्तेजित हो गया था, तो अब वह ज्यादा देर तक चुदाई नहीं कर सकता था। उसने माधवी की मटकती गांड पर अपनी पकड़ मजबूत की और धक्कों की रेल चला दी। पूरा कमरा “थपपपपपप.. .. थपपपपपप.. .. थपपपपपप.. .. थपपपपपप.. ..” और माधवी की कामुक आवाज “आह्हहहहह.. .. आह्हहहहह.. .. आह्हहहहह.. .. आह्हहहहह.. ..” से गूंज रहा था। Madhvi Bhabhi Sex में भिड़े की इस रफ्तार से चरम सुख के काफी करीब पहुँच चुकी थी। भिड़े ने आखिरी के 10 15 गहरे धक्के लगाए और फिर माधवी चुत में ही झड़ने लगा। माधवी का शरीर भी अब अकड़ गया और उसकी चुत काम रस छोड़ने लगी। दोनों काम रस मिलकर माधवी कि चुत में से निकल के उसकी जाँघों के बीच बहने लगे।
Madhvi Bhabhi Sex से दोनों के शरीर पसीने से भीग चुके थे और साँसे तेज हो गई थी। भिड़े ने चुत में से लंड निकाल और माधवी के बगल में लेट गया। दोनों के चेहरे पर खुशी थी। उन्होंने एक दूसरे को देखा और होंठ चूमने लगे। कुछ देर वह दोनों वही फर्श पर पड़े रहे और अपनी रविवार की चुदाई का आनंद लेते रहे। लेकिन सोसाइटी में तो और भी couple रहते है। उन में से एक तो बंगालन औरत है, उसकी कहानी क्या है? जानने के लिए पढ़ते रहिए TMKOC Sex Stories।
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